तेरी तन्हाई के जख़्मो को
आज तक आसूओ से सी रहे है
भर जाएँगे ज़रूर यही सोच कर
कतरा कतरा हर दिन जी रहे है
...
काश तुम्हे बता पाते
जो आप मेरे दर्दो के थोड़े करीब होते
अकेले ही रोते है तेरे यादो मे
काश
आप भी कभी मेरे गमो मे शरीक होते
..
सपने टूटने का गम नही है उतना
जितना आपसे बिछड़ जाने का अहसास है
आप हो गये है इतनी दूर तो
फिर आपके गम
क्यू इतने पास है
सुकून नही है एक पल इस ज़िंदगी मे
तार तार हो गये दिल को देख कर
पल पल बेबस हुए जाते है
काश आपको बता पाते अपनी हालत
की क्या होता है जब अपने इस कदर
दूर चले जाते है...
शब्दों की गहराई अचूक है !! जब साथ हो जाती है तो नयी दुनिया बना लेती है !! मैं इन्ही शब्दों का शब्दकार हु , शब्दों से खेलना मेरी आदत , शब्दों में जीना मेरी हसरत !! जुडये मेरे साथ , कुछ सुनिए कुछ सुनाइए , एक दुसरे का हौसला बढाइये||
Sunday, January 08, 2006
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
-
कभी देख लो एक नज़र इधर भी की रौशनी का इंतज़ार इधर भी हैं मुस्कुरा के कह दो बातें चार की कोई बेक़रार इधर भी हैं || समय बदलता रहता हैं हर...
-
कभी मैं जो रास्ता बनु तुम मेरी मंजिल, बन जाना कभी मैं तुममे और तुम मुझमे इस तरह सिमट जाना कभी || की जब बनु मैं सोच तुम अहसास बन जाना ...
No comments:
Post a Comment
कुछ कहिये